भगवान शिव को समर्पित : एलिफेंटा केव्स
महादेव का त्रिमूर्ति स्वरूप |
एलिफेंटा केव्स का विशाल हॉल |
गुफा में एक बड़ा हॉल है जिसमे भगवान शिव की विभिन्न मुद्राओं को मूर्तियों में तराशा गया है। एलिफेंटा केव्स का मुख्य आकर्षण कभी न भुलाई जा सकने वाली भगवान शिव की त्रिमूर्ति है। जिसमें महादेव कैलाशपति की रचयिता, पालनकर्ता एंव संघारकर्ता की छवि प्रस्तुत की गयी है। यह विशाल मूर्ति 23-24 फ़ीट लंबी तथा 17 फ़ीट ऊँची है। इसके अलावा नटराज,अर्धनारेश्वर, शिव-पार्वती एंव रावण द्वारा कैलाश पर्वत को उठाने का प्रयास करती प्रतिमाएँ सजीव चित्रण प्रस्तुत करती हैं।
लेखक अपने परिवार के साथ |
सन्न 1987 में यूनेस्को द्वारा एलिफेंटा गुफाओं को विश्व धरोहर घोषित कर दिया गया। जिससे यह गुफाएँ पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो गयी। एलिफेंटा पहुँचने के लिए पर्यटकों को मुंबई के सुप्रसिद्ध गेटवे ऑफ़ इंडिया से हर एक-आध घंटे में स्टीमर्स मिल जाते हैं। जिसमे आने जाने का किराया 180 रूपए है। लगभग 50 मिनट में स्टीमर समुन्द्र की लहरों के साथ अठखेलियाँ करता हुआ आपको वहाँ पहुँचा देता है।
विश्व धरोहर का प्रवेश द्वार |
टॉय ट्रेन का लुत्फ़ उठाता छोटा सा पर्यटक |
अरब सागर में तैरता जहाज |
गेटवे ऑफ़ इंडिया से उपलब्ध स्टीमर्स |
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